भारत में पेंशन होगी समाज में सरकार से एक जोरदार अपील की है जहां सीनियर सिटीजन को रेल यात्रा के समय कुछ देने की मांग रखी है। 2020 में सीनियर सिटीजन को लेकर रेलवे यात्रा पर कुछ छूट दी जाती थी लेकिन उसे कुछ ही महीना में बंद कर दिया था। रेलवे यात्रा पर दी गई छूट बुजुर्गों के लिए आर्थिक मदद और सामान का प्रतीक होता है।
भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को जो रेल यात्रा के समय छूट दी थी वह कोरोना की महामारी के चलते स्थगित कर दी थी हालांकि यह सरकार का नियम वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया था जिसके चलते कई बुजुर्ग नागरिक इससे प्रभावित हुए थे लेकिन वर्तमान समय में महामारी की स्थिति काफी अच्छी या पहले से सुधार चुके हैं। लेकिन फिर भी सरकार ने इस मुद्दे को लेकर कोई एक्शन नहीं लिया जिसके चलते सीनियर सिटीजन पर आर्थिक बोझ देखने को मिला है इस आर्टिकल के जरिए सरकार की तरफ से सीनियर सिटीजन और पेंशन बगियां के लिए रेल पर किराए में छूट पर एक नया अपडेट जारी किया है जिसकी चर्चा हम करेंगे।
आखिर क्या हैं पेंशनभोगियों की अपील
हमारे भारत में एक बहुत बाद पेंशनभोगी समाज देखने को मिलता है। जो लाखों की संख्या में मौजूद पेंशन बगियां का प्रतिनिधित्व करता है यह संगठन लगातार अपनी बातों को सरकार के सामने रख रहा है इस संगठन में केंद्र एवं राज्य सरकार दोनों के पेंशनर शामिल है उनका कहना है कि किराए पर छूट वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार का एक हिस्सा है जो उन्हें देना चाहिए।
पेंशन भोगियों का जीवन अधिकांश उनकी पेंशन पर ही निर्भर करता है ऐसे में अगर टिकट की कीमतें अधिक होगी तो उनके वित्तीय पर काफी बड़ा असर देखने को मिल सकता है पेंशन की सीमित आई के बावजूद उन्हें अधिक खर्च करना पड़ रहा है इसीलिए संगठन ने इस मुद्दे को सरकार के सामने रखा है उनका कहना है कि सीनियर सिटीजन को रेलवे किराए में छूठ दी जानी काफी जरूरी है।
रेलवे की आर्थिक स्थिति पर संगठन की प्रतिक्रिया
पेंशन बगियां का कहना है कि रेलवे की वित्तीय स्थिति से वह पहली बात ही परिचित है लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकते कि सिटिजन की किराए में वृद्धि कर आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है उन्हें अन्य साधनों पर अधिक ध्यान देना चाहिए जो उनकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में लाभदायक हो। इस योजना या नियम का लाभ कई पेंशनरों की जीवन बदल सकता है उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में काफी मदद कर सकता है।